हिंदू है हम 🚩🙏

कल्याण विश्व का हो बोले, उन मुनियों का संदेश हमीं 
रामायण का वचन हमीं, और गीता का उपदेश हमीं 
जिसने मां को मुख में ही, ब्रम्हांड बताया वो हिंदू 
सारी धरती को अपना परिवार, बताया, वो हिंदू,
बहन बेटियों के आंचल को, गन्दा नहीं किया है,
प्राण गए पर इस धरती का, धंधा नहीं किया है,
बोलो हमने कब निर्दोषों को, फांसी चढ़वाया,
बहन बेटियों को हमने, कब दासी बनवाया, 
कब हमने अपनों के ऊपर, तलवारे चलवाई , 
कब अपनो की लाशों पर, हमने दिवारे बनवाई। 
हमने शुन्य बनाया और हमने, दुनिया को ज्ञान दिया, 
और हमें ही दुनिया ने भी, विश्वगुरु का मान दिया, 
जहां नर में बसते राम कृष्ण है, नारी में राधा सीता है, 
आदर्श सिखाती रामायण, तो राहे भगवत गीता है।
जिसने पहनी मातृभूमि हित, विपदाओं की माला,
सदा शिखर पर गढ़ा रहे, वो स्वाभिमान का भाला,
समरांगण में निर्भय होकर, आगे कदम बढ़ाना,
मर जाना पर नहीं सिखाया, डरकर पीठ दिखाना,
मैं खड़ा हिमालय के जैसा, मैं ब्रम्हपुत्र मैं सिंधु हूं,
ये भाग्य नही सौभाग्य मेरा, और गर्व मुझे मैं हिन्दू है।


रवि यादव, कवि
कोटा, राजस्थान
9571796024

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